फरमान जारी, बिहार में सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से विद्यावाहिनी एप करना होगा डाउनलोड
Patna, Abhay Bharat News –
बिहार राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को अपने-अपने मोबाइल पर अब विद्यावाहिनी एप डाउनलोड करना होगा। इस एप को शिक्षा विभाग के सहयोग से लॉकडाउन के दौरान ही बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक निगम लिमिटेड ने बनाया था और यह नियमित तौर पर संचालित हो रहा है। निगम के एमडी तथा प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रंजीत कुमार सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को आदेश दिया है कि वे अपने-अपने जिले के सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से एप डाउनलोड करने को निर्देशित करें। साथ ही सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों को भी इस एप के माध्यम से पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया है।
निदेशक ने कहा है कि विद्यावाहिनी एप शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए बेहद ही उपयोगी है। इसमें कक्षा एक से 12वीं तक की सभी पाठ्य पुस्तकों को चैप्टरवाइज संग्रहित किया गया है, ताकि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने में सहूलियत हो। इतना ही नहीं अध्ययनरत छात्र-छात्रा हर अध्याय का अपना नोट तथा सवाल-जवाब बनाकर भी इस एप में संग्रहित कर सकते हैं।
गौरतलब हो कि शिक्षा विभाग ने स्कूलबंदी में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने को लेकर कई प्रयास किए हैं। बिहार राज्य शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा 20 अप्रैल से दूरदर्शन पटना के डीडी बिहार चैनल पर पांच घंटे का टाइमस्लॉट लेकर बच्चों की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। वहीं किताबों की आपूर्ति बच्चों तक होने में देर की संभावना को आंकते हुए शिक्षा विभाग के सहयोग से निगम द्वारा पहली से लेकर 12वीं तक की सभी पाठ्य पुस्तकें निगम की साइट पर अपलोड कर दी गई हैं। हर कक्षा की सभी विषयों की किताबें अध्यायवार अपलोड हैं। इसके साथ ही डेढ़-दो माह पूर्व निगम ने सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत राज्य के करीब ढाई करोड़ विद्यार्थियों की सुविधा के लिए ‘विद्यावाहिनी एप’ का भी निर्माण किया था।
शिक्षा विभाग और पाठ्य पुस्तक निगम की वेबसाइट पर भी लिंक
डॉ. सिंह के मुताबिक विद्यावाहिनी एप को गूगल प्ले-स्टोर में जाकर कोई भी इसे डाउनलोड कर सकता है। शिक्षा विभाग और पाठ्य पुस्तक निगम की वेबसाइट पर भी इसका लिंक दिया गया है, जिसे क्लिक कर भी एप डाउनलोड किया जा सकता है। एप रहने से शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाने में काफी सहूलियत होगी।